
एवोकाडो को एलीगेटर पियर्स के नाम से भी जाना जाता है। यह एक फल है जो पर्सिया अमेरिकाना में उगाया जाता है, जो लौरासी प्रजाति का एक सदाबहार पेड़ है। एवोकैडो में फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है लेकिन कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत कम होता है। बहुत से लोग इसमें मौजूद उच्च कैलोरी के कारण एवोकैडो खाने से बचते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इसके सेवन से वजन बढ़ सकता है। हालांकि, मक्खन की तुलना में इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है।
स्वस्थ शरीर और बेहतर स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी है। इस कार्य में फल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसा उनमें मौजूद पोषक तत्वों की प्रचुरता के कारण होता है। वहीं, क्या आप जानते हैं कि कुछ फल ऐसे भी होते हैं जो सुपर फूड में शामिल होते हैं। ऐसा ही एक फल है एवोकाडो। यही कारण है कि एवोकाडो को दुनिया के चुनिंदा लोकप्रिय फलों में गिना जाता है। इसका स्वाद थोड़ा मक्खन जैसा होता है, इसलिए इसे बटर फ्रूट भी कहा जाता है। तो स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम एवोकाडो क्या है और एवोकाडो के फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं, ताकि हम एवोकैडो फल की उपयोगिता को बेहतर ढंग से समझ सकें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि एवोकाडो कुछ समस्याओं में राहत दिला सकता है, लेकिन यह उनके लिए संपूर्ण इलाज नहीं है।
एवोकाडो को वैज्ञानिक रूप से पर्सिया अमेरिकाना के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि इस विशेष फल की उत्पत्ति लगभग सात हजार साल पहले दक्षिणी मैक्सिको और कोलंबिया में हुई थी। यह एक बड़ा बेरी जैसा मांसल फल है जिसके बीच में एक बड़ा बीज होता है। अपने बड़े आकार के कारण इसे एलीगेटर पियर्स के नाम से भी जाना जाता है। दुनिया भर में इसकी कई किस्में लोकप्रिय हैं, जिनमें से हास एवोकैडो सबसे लोकप्रिय है। हास एवोकाडो पोषक तत्वों के मामले में सबसे खास है। इसलिए दुनिया के कई देशों में इसकी खेती की जाती है। आगे लेख में हम एवोकैडो के फायदों के साथ-साथ इसमें मौजूद सभी पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
एवोकाडो खाने के सेहत, सेहत और त्वचा से जुड़े कई फायदे हैं। यही कारण है कि इसे सुपर फूड भी माना जाता है। तो आइए लेख में आगे बढ़ते हैं और विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं कि किन समस्याओं में एवोकाडो के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।
हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने और हृदय रोग से संबंधित जोखिम से राहत दिलाने में एवोकाडो का सेवन काफी हद तक उपयोगी साबित हो सकता है। इसका प्रमाण एवोकाडो पर किए गए एक शोध से मिला है। चूहों पर किए गए इस शोध में माना गया है कि एवोकाडो में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करने का गुण होता है, जो दिल की सेहत के लिए मददगार होता है। वहीं इसमें मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड के साथ-साथ फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन ई और के होते हैं। इसी वजह से यह शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की आपूर्ति भी कर सकता है, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
इस तथ्य के आधार पर यह माना जा सकता है कि एवोकाडो के फायदे दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हालांकि यह इंसानों पर कितना कारगर होगा, इस पर अभी और शोध किए जाने की जरूरत है।
जैसा कि हमने लेख में पहले ही बताया है कि एवोकाडो अन्य आवश्यक पोषक तत्वों के साथ फाइबर से भरपूर होता है। इस फाइबर की मौजूदगी के कारण एवोकाडो पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने में भी मददगार साबित हो सकता है। एवोकाडो से संबंधित एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) के एक शोध से यह बात स्पष्ट हो गई है। शोध में माना गया है कि एवोकाडो में मौजूद फाइबर आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देने का काम करता है, जो पाचन में सहायक होते हैं। यही कारण है कि एवोकाडो में सीधे मौजूद फाइबर को पाचन स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जा सकता है।
बढ़े हुए वजन को कम करने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए भी एवोकाडो के फायदे फायदेमंद साबित हो सकते हैं। एवोकाडो से संबंधित एनसीबीआई के एक शोध से यह बात स्पष्ट हो गई है। शोध में उल्लेख किया गया है कि एवोकाडो में कैलोरी कम होती है, जिसका उपयोग वजन को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। वहीं, इसमें मौजूद फाइबर पाचन को मजबूत करने और वसा के अवशोषण को कम करने का काम कर सकता है। साथ ही इसमें मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (MUFA) फैट को कम करने में मदद कर सकता है। यह बढ़े हुए वजन को कम करने में काफी हद तक मदद कर सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि वजन कम करने में एवोकाडो फल उपयोगी साबित हो सकता है।
एवोकैडो के फायदे आंखों के लिए भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, एवोकाडो में ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन जैसे कैरोटेनॉयड्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने का काम कर सकते हैं। वहीं, ल्यूटिन उम्र के साथ दृष्टि संबंधी समस्याओं को कम करने का भी काम कर सकता है। एवोकाडो से संबंधित दो अलग-अलग शोधों में भी इसका स्पष्ट उल्लेख किया गया है। इसके अलावा यह फल विटामिन-ई से भी भरपूर होता है, जो आंखों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक आवश्यक तत्व है। इन तथ्यों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि एवोकाडो फल आंखों के लिए आहार में सहायक हो सकता है।
कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचने के लिए भी एवोकाडो का सेवन किया जा सकता है। इसे चार अलग-अलग शोधों में स्वीकार किया गया है। एक शोध के अनुसार एवोकाडो में एवोकाटिन-बी नाम का तत्व पाया जाता है। यह तत्व ल्यूकेमिया स्टेम सेल से लड़ने का काम कर सकता है, जो कैंसर का कारण बन सकता है।
वहीं, एक अन्य अध्ययन के अनुसार, एवोकाडो प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोक सकता है। इसके लिए इस फल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैट और फाइटोकेमिकल्स मददगार हो सकते हैं। वहीं यह भी माना जाता है कि अकेले एवोकाडो में मौजूद ये फाइटोकेमिकल्स कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने के खतरे को कम करने में मददगार हो सकते हैं। इसके अलावा, एवोकाडोस से जुड़े एक अध्ययन से यह भी पता चलता है कि इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स मुख्य रूप से अन्नप्रणाली और आंतों के कैंसर में प्रभावी परिणाम प्रदर्शित कर सकते हैं।
इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह माना जा सकता है कि एवोकाडो फल के सेवन से कैंसर के खतरे को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। साथ ही यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि कैंसर एक जानलेवा और जानलेवा बीमारी है, जिसके लिए चिकित्सकीय उपचार की जरूरत होती है।
एवोकाडो में पोटैशियम होता है जो दांतों की सड़न को रोक सकता है। इसके अलावा इसमें मौजूद मैग्नीशियम मसूड़े की सूजन और पीरियोडोंटाइटिस के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। चूंकि एवोकाडो में कम कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ ओमेगा -3 फैटी एसिड (लिनोलेनिक एसिड) होता है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि एवोकाडो के फायदे ओरल हेल्थ को बनाए रखने में भी मददगार हो सकते हैं।
एवोकाडो खाने के फायदे हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। कच्चे एवोकैडो में बोरॉन नाम का मिनरल होता है, जो कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाकर हड्डियों को फायदा पहुंचा सकता है। यह विशेष फल विटामिन K से भी भरपूर होता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस पोषक तत्व को ऑस्टियोप्रोटेक्टिव लाभ दिखाया गया है। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। इस गुण के कारण यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
एवोकाडो फल लीवर को स्वस्थ रखने में भी उपयोगी साबित हो सकता है। वर्ल्ड जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी द्वारा किए गए एक शोध में इस बात का जिक्र किया गया है। अनुसंधान ने सुझाव दिया है कि एवोकाडो गैर-अल्कोहल फैटी लीवर की समस्याओं (जैसे उच्च लिपिड, मुक्त कणों के प्रभाव, वजन में वृद्धि और यकृत में सूजन) के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है। इन जोखिम कारकों को नियंत्रित करके यह फल फैटी लीवर की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इस तथ्य के आधार पर कहा जा सकता है कि एवोकाडो का सेवन लीवर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
किडनी को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए भी एवोकाडो फल का सेवन फायदेमंद माना जा सकता है। एवोकाडो से जुड़े एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में माना गया है कि एवोकाडो बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से फ्री रेडिकल्स का प्रभाव बढ़ जाता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचाने का काम कर सकता है। इस कारण से यह कहा जा सकता है कि एवोकैडो फल का सेवन करने से फ्री रेडिकल्स से होने वाले लीवर को होने वाले नुकसान को रोकने में मदद मिल सकती है। दूसरी ओर, मादा बटेर पर किए गए एवोकाडो से संबंधित एक अन्य शोध में उल्लेख किया गया है कि एवोकाडो के बीज के पाउडर के पूरक से गुर्दे की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है। इस आधार पर एवोकाडो के बीज का चूर्ण भी किडनी के लिए उपयोगी माना जा सकता है।
एनसीबीआई के एक शोध में उल्लेख किया गया है कि एवोकाडो और सोयाबीन के तेल के मिश्रण का सेवन गठिया की समस्या में होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मददगार हो सकता है। वहीं दूसरी ओर विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि एवोकाडो के बीजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। एवोकाडो के बीजों का सेवन करने से गठिया के दर्द में भी राहत मिलती है। वहीं हम लेख में पहले ही बता चुके हैं कि एवोकाडो फल में सूजन को कम करने की क्षमता भी होती है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि एवोकैडो फल के साथ-साथ इसका तेल और बीज का पाउडर भी इस समस्या में सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है।
मेक्सिको के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा किए गए एक शोध में माना गया है कि एवोकाडो टाइप-2 डायबिटीज में फायदेमंद हो सकता है। शोध में बताया गया है कि मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण यह लिपिड प्रोफाइल में सुधार कर हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित कर सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए एवोकाडो फल उपयोगी साबित हो सकता है।
अनुसंधान ने पहले ही सुझाव दिया है कि एवोकाडो बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने सहित लिपिड प्रोफाइल में सुधार कर सकता है। इस आधार पर माना जा सकता है कि एवोकाडो का सेवन बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है।
अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी द्वारा ब्रेन डेवलपमेंट से जुड़े एक शोध में माना गया है कि एवोकाडो फल दिमाग के विकास में फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, एवोकाडो में ल्यूटिन नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो बुद्धि के विकास में अहम भूमिका निभा सकता है। यही कारण है कि एवोकाडो अन्य स्वास्थ्य लाभों के साथ-साथ मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जा सकता है।
एवोकाडो में मौजूद आवश्यक फैटी एसिड त्वचा पर बढ़ती उम्र के निशानों को कम कर सकता है। वहीं, एक अध्ययन के अनुसार एवोकैडो तेल के सेवन से त्वचा में कोलेजन (एक प्रकार का प्रोटीन) को बढ़ावा मिल सकता है। इतना ही नहीं, एवोकाडो के तेल का इस्तेमाल झुर्रियों के इलाज के साथ-साथ घाव भरने के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
एवोकैडो तेल का उपयोग करके सोरायसिस का इलाज किया जा सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, एवोकाडो तेल युक्त विटामिन-बी12 क्रीम सोरायसिस के उपचार में प्रभावी भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, इस विशेष फल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड एसिड सूजन को कम करके सोरायसिस के इलाज में मदद कर सकता है।
एवोकाडो बालों के लिए भी फायदेमंद माना जा सकता है। इसकी पुष्टि खरगोशों पर किए गए एक शोध से होती है, जो बालों की कोशिकाओं से संबंधित है। शोध में माना गया है कि एवोकैडो फल में विटामिन ए, बी, बी-1, बी-2, ई और सी के साथ-साथ कई अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। इन सभी तत्वों की मौजूदगी के कारण यह बालों के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि एवोकाडो बालों के लिए भी उपयोगी साबित हो सकता है। हालांकि यह कितना कारगर होगा, इस बारे में कुछ भी साफ तौर पर कहना थोड़ा मुश्किल है।
एवोकाडो एक खास फल है, जिसका सेवन कई तरह से किया जा सकता है। इसे स्मूदी, ब्रेड टोस्ट, सूप या अन्य मिठाइयों में मिलाकर सेवन किया जा सकता है। नीचे जानिए एवोकाडो खाने का तरीका-
निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से हम एवोकाडो को सुरक्षित रखने के कुछ आसान तरीके जान सकते हैं –
एवोकैडो एक फायदेमंद फल है, जो कई तरह से फायदेमंद हो सकता है, लेकिन यह कई तरह से हानिकारक भी हो सकता है। नीचे जानिए एवोकाडो के साइड इफेक्ट्स के बारे में-
आशा है कि एवोकाडो क्या है और एवोकाडो खाने के क्या फायदे हैं? आपको इन सवालों का जवाब मिल ही गया होगा। साथ ही आप यह अच्छी तरह से समझ गए होंगे कि इसे दैनिक आहार में शामिल करना कितना उपयोगी हो सकता है। तो देर किस बात की आज से ही एवोकाडो को औषधीय विकल्प के रूप में चुनें और इसका सेवन करें। वहीं अगर नियमित सेवन के दौरान कुछ साइड इफेक्ट नजर आते हैं तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। आशा है कि स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने में यह लेख काफी हद तक मददगार साबित होगा। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।